भारत सरकार ने
पिछले
वर्ष
2015 में
बालिकाओं
के
लिए
सुकन्या
संवृद्धि
योजना
शुरू
की
थी।
इस
योजना
का
लक्ष्य
माता-पिता
को
प्रोत्साहित
करना
कि
वह
अपनी
बेटी
के
लिए
एक
सुंदर,
स्वस्थ
और
शिक्षित
भविष्य
तैयार
करने
के
लिए
कुछ
जरूरी
बचत
करें।
इस
वर्ष
सरकार
ने
हाल
ही
में
इस
योजना
में
कुछ
बदलाव
किए
हैं।
सुकन्या
संवृद्धि
खाता
पोस्ट
ऑफिस
या
किसी
बैंक
के
जरिए
खोला
जा
सकता
है।
जिन
लोगों
ने
ये
खाता
खोल
लिया
या
फिर
खोलने
वाले
हैं
उन्हे
कुछ
नए
नियमों
को
जरूर
जान
लेना
चाहिए।
1.
आवासीय स्थिति में बदलाव
सुकन्या समृद्धि खाता योजना का लाभ केवल भारत की नागरिकता वाली लड़की ही उठा सकती है। अगर खाताधारक खाता खोलने के बाद विदेश में बस जाता है तो उसका एकाउंट बंद कर दिया जाएगा और इस पर देय ब्याज भी बंद कर दिया जाएगा।
2.
ब्याज दरें होंगी परिवर्तनीय
सरकार ने इस तिमाही में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और पहले की ही तरह 8.6 रखा गया है। इससे पहले साल के लिए एक ब्याज दर होती थी लेकिन बाद में नियमों के बदलाव के बाद हर तिमाही के लिए ब्याज दर परिवर्तनीय हो गयी हैं।
3.
डिपॉजिट के लिए आयु सीमा में बदलाव
सुकन्या संवृद्धि योजना में पहले 14 वर्ष तक डिपॉजिट की योजना थी लेकिन अब सरकार ने इसे बढ़ा कर 15 वर्ष कर दिया है।
4.
न्यूनतम डिपॉजिट
पुराने नियम के अनुसार ब्याज पाने के लिए हर वर्ष न्यूनतम 1000 रुपए जमा करने अनिवार्य थे। नए नियम के मुताबिक यदि आप न्यूनतम राशि का भुगतान नहीं करते तो सुकन्या समृद्धि एकाउंट का ब्याज नहीं मिलेगा। एकाउंट इंटरेस्ट का केवल 4 फीसदी ही मिलेगा।
5.
अधिकतम जमा राशि
इस खाते में किसी भी वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक की राशि जमा करा सकते हैं। अतिरिक्त राशि पर किसी तरह का कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा। यदि कोई गलती से इस राशि से ज्यादा जमा कर देता है तो वह जब चाहे तब उस राशि की निकासी कर सकता है।
6.
मिलेगी ई-ट्रांसफर की सुविधा
पुराने नियम में केवल कैश, चेक या फिर डिमांड ड्राफ्ट के जरिए ही खाते में पैसा जमा किया जा सकता था लेकिन इन नियम में अब बदलाव किया गया है और ई-ट्रांसफर के जरिए भी बैंक या पोस्ट ऑफिस जहां भी आपका एकाउंट हो उसमें पैसा जमा कर सकते हैं।
7.
एकाउंट ट्रांसफर
अब एकाउंट ट्रांसफर के तरीके को आसान कर दिया गया है। अगर आपको पोस्ट ऑफिस से बैंक या फिर बैंक से पोस्ट ऑफिस में खाता ट्रांसफर करना है तो ये काम कुछ जरूरी प्रमाण पत्र के साथ बिना किसी शुल्क के हो जाएगा। यदि घर का पता नहीं बदला गया है तो 100 रुपए की राशि देकर खाता ट्रांसफर करवाया जा सकता है।
8.
मेच्योरिटी
पुराने नियम के अनुसार मैच्योरिटी के बाद यानि कि एकाउंट खोलने के 21 वर्षों के बाद भी अगर खाताधारक एकाउंट बंद नहीं करावाता उस स्थिति में उसे एकाउंट बंद कराने तक ब्याज मिलता रहता। लेकिन नए नियम के अनुसार एकाउंट के मैच्योर होते ही किसी भी तरह का कोई भी ब्याज नहीं दिया जाएगा।